कंफर्ट जोन सबसे खतरनाक जोन है जो इंसान को कभी आगे बढ़ने नहीं देता इंसान को प्रारंभ से ही कंफर्ट जोन में रहने की आदत सी हो गई है अर्थात वह एक व्यवस्थित किए गए क्षेत्र में ही रहना पसंद करता है जहां उसे दो वक्त की रोटी , रहने के लिए घर और पहनने के लिए कुछ कपड़े मिल जाए, और मौज-मस्ती के लिए कुछ पैसे और समय । बस यही उनकी दुनिया है और यही दुनिया में रहकर भी अपना जीवन यापन करना पसंद करते हैं और अपने बच्चों को भी ऐसे ही परवरिश देते हैं । वह बच्चा भी बचपन से ही उस कंफर्ट जोन में जीवन जीता है और अपने माता पिता की तरह आखरी में मर जाना चाहता है ।
गरुण पुराण मे कर्मो की सजा
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| कंफर्ट जोन सबसे खतरनाक |
वह यह चाहता है कि बड़ा होकर एक छोटी सी नौकरी मिल जाए और जिंदगी कुछ समझौतों के साथ आराम से गुजर जाए लेकिन यदि वह दूसरों को अपने से आगे बढ़ते देखता है तो उसे भी दूसरों की तरह आगे बढ़ने की इच्छा होती है। और वह भी पैसे और नाम कमाना चाहता है परंतु इस तरह बड़ी और ऊंची लाइफ़स्टाइल के लिए उसे मेहनत और हर कदम पर संघर्ष का अनुभव होता है मेहनत तो वह कर ले परंतु संघर्ष करने से डरता है उसे अपने कंफर्ट जोन से इतना लगाव और प्यार होता है कि वह उसकी मजबूरी बन जाती है । फिर वह चाहकर भी अपने कंफर्ट जोन से बाहर नहीं निकल सकता और संघर्ष नहीं कर सकता।
जीवन में कोई रिस्क नहीं ले सकता उसे हर जगह रिस्क लेते वक्त अपने कंफर्ट जोन के खो जाने का डर बना रहता है ।और वह लाचार बेबस होकर बस सोचते रह जाता है किंतु कुछ नहीं कर सकता वहीं दूसरी और दूसरे लोग नुकसान सहने का रिस्क उठाते हैं और अंत में सफल होते हैं दुनिया में हर चीज़ के दो पहलू हैं जैसे सुख और दुख , खुशी और गम , दिन और रात। फिर डर किस बात का।
इंसान प्रारंभ से ही कंफर्ट जोन के दुनिया में रहने के कारण अपनी सफलता को पाने और अपने सपनों को साकार करने में भी झिझकता रहता है।
यह बात इंसान को हमेशा याद रहना चाहिए कि सफल होना है तो सफलता को स्वागत करे और असफलता को सहर्ष स्वीकार करे।
अगर आप सोचते हैं कि हर जगह हमें कोई ऐसा कार्य मिलेगा जहां तनाव ना हो और सिर्फ खुशियां ही खुशियां हो तो आप गलत हैं।
जो कार्य जितना आकर्षक होता है वह उतना ही तनाव और संघर्ष से भरा हुआ होता है। हर खूबसूरत फूल के साथ कांटे आपको जरूर मिलेंगे; हम यह नहीं कहते कि आप हर बार रिस्क लें, लेकिन आपको अपने आइडिया और मेहनत पर पूर्ण विश्वास है तो वह कार्य करने और रिस्क लेने से आपको कभी भी आपको पीछे नहीं हटना चाहिए ।
श्रीमद भगवत गीता में लिखा है आपका सिर्फ कर्म करने में अधिकार है फल अर्थात परिणाम पर नहीं। आपने बहुत से ऐसे कंपनी देखे होंगे या मल्टीनेशनल कंपनी देखे होंगे जहां बेहतरीन प्रशासक होते हैं अच्छी मैनेजमेंट होती है अच्छे कर्मचारी होते हैं इसके बाद भी वह कंपनी अपने उम्मीदों के अनुसार खरा नहीं उतती। वहीं दूसरी ओर कम बजट में कम श्रम शक्ति के साथ कुछ कंपनियां आसमान छू लेते हैं।
इसलिए कहा जाता है आप का मुख्य धर्म केवल कर्म करना है हमेशा अपने कार्य में अपना शत-प्रतिशत प्रदान करें सफलता निश्चित आपके कदम चूमेगी। कंफर्ट जोन में रहना अच्छी बात है परंतु अगर आपको मध्यम परिवार से निकलकर अमीर बनना है और सफलता हासिल करनी है तो कंफर्ट जोन को छोड़ने का रिश्ता जरूर लेना पड़ेगा।।
कुछ पाना है तो कुछ खोना पड़ता है।

